अफगानिस्तान (भारत के पड़ोसी देश)
- K.K. Lohani
- Oct 4, 2020
- 2 min read
Updated: Mar 18, 2021

अफगानिस्तान (Afghanistan)

अफगानिस्तान इस्लामी गणराज्य दक्षिण एशिया में अवस्थित देश है।
अप्रैल 2007 में अफगानिस्तान सार्क का 8वां सदस्य बना।
अफगानिस्तान के पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है।
अफगानिस्तान रेशम मार्ग और मानव प्रवास का प्राचीन केद्र बिन्दु रहा है।
प्राचीन काल में फारस तथा शक सम्राज्यों का अंग रहा अफगानिस्तान कई सम्राटों, आक्रमणकारियों तथा विजेताओं का कर्मभूमि भी रहा है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (सबसे बड़ा नगर) है।
भारत के प्राचीन ग्रंथ महाभारत में इसे गंधार कहा जाता था।
यहाँ की मूल भाषा ‘पश्तो’ है।
यहाँ कई नस्ल के लोग रहते है जिनमें पश्तून (पठान या अफगान) सबसे अधिक है।
यहाँ की मुद्रा ‘अफगानी’ (AFN) है।
अफगानिस्तान का कंट्री कोड +93 है।
अफगानिस्तान में कुल 14 प्रशासनिक विभाग है।
अफगानिस्तान की सबसे बड़ी सीमा पूर्व में पाकिस्तान से लगी है।
अफगानिस्तान चारों ओर से जमीन से घिरा हुआ देश है।
कृषि अफगानिस्तान के आय का मुख्य श्रोत है।
अफगानिस्तान को ब्रिटेन से 19 अगस्त, 1919 को स्वतंत्रता मिली।
दुनिया के सबसे बड़े बुद्ध पहली बार अफगानिस्तान में बनाए गए थे। जिसे 2001 में तालिबान ने नष्ट कर दिया था।
दुनिया का पहला तेल चित्र लगभग 650 ई॰पू॰ ‘बामियान’ की गुफाओं में बनाया गया था।
इस्लाम की शुरूआत से पहले अफगानिस्तान में बौद्ध धर्म और पारसी धर्म प्रमुख थे।
‘अहमद शाह दुर्रानी’ को अफगानिस्तान के राष्ट्रपिता के नाम से जाना जाता है।
1776 ई॰ में तैमुर शाह (अहमदशाह दुर्रानी के बेटे) ने अफगानिस्तान की राजधानी कंधार से काबूल स्थानांतरित कर दिया।
हामिद करजई 2004 में अफगानिस्तान के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति बने।
अफगानिस्तान को धर्म के मूल स्थान के रूप में माना जाता है।
‘पश्तों’ को जहीर शाह के शासनकाल की शुरूआत के दौरान अफगानिस्तान की राष्ट्रभाषा घोषित की गई थी।
‘दारी’ (फारसी) अन्य आधिकारिक भाषा हमेशा सरकारी और व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाती थी।
अफगानिस्तान का कुल क्षेत्रफल 6,52,230 वर्ग किमी॰ है।
अफगानिस्तान की राष्ट्रीय छुट्टी 19 अगस्त को है।
हेलमंद अफगानिस्तान की सबसे लंबी नदी है।
अफगानी कालीन दुनिया भर में बहुत लोकप्रिय है।
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