Nobel Award | नोबेल पुरस्कार
- K.K. Lohani
- Dec 25, 2019
- 3 min read
Updated: Mar 20, 2021

नोबेल पुरस्कार से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य
नोबेल पुरस्कार नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। जिसे वर्ष 1901 में शुरू किया गया।
अल्फ्रेड नोबेल का जन्म 21 अक्टूबर 1833 को स्टॉकहोम के स्वीडन में एक अभियंता परिवार में हुआ था।
1894 में इन्होंने बेफोर्स आयरन और स्टील मील खरीदा जिसे एक महत्वपूर्ण हथियार निर्माता का केंद्र बनाया तथा बैलेस्टिक मिसाइलो का भी सफल परीक्षण किया।
अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल अपनी पूरी जिंदगी में कुल 355 आविष्कार किए थे, लेकिन सबसे ज्यादा नाम और पैसा उन्होंने 1867 में डायनामाइट के आविष्कार से कमाया।
10 दिसम्बर, 1896 में नोबेल को दिल का दौरा पड़ने से इटली में उनका निधन हो गया।
दिसम्बर, 1896 में मृत्यु के पूर्व अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा उन्होंने एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया। उनकी इच्छा थी कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए।
नोबेल के वसीहतनामे के अनुसार उनकी 94 प्रतिशत से ज्यादा वसीहत के मालिक वो लोग है जिन्होने मानव जाति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्तम कार्य किया है। इसलिए प्रत्येक वर्ष उस वसीहत की ब्याज की राशि उन लोगो को ईनाम के रूप में दी जाती है।
स्वीडिश बैंक में जमा इसी राशि के ब्याज से नोबेल फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
नोबेल फाउंडेशन में 5 लोगों की टीम है जिसका मुखिया स्वीडन की किंग ऑफ काउन्सिल द्वारा तय किया जाता है। अन्य चार सदस्य पुरस्कार वितरक संस्थान के न्यासी (ट्रस्टियों) द्वारा तय किए जाते हैं।
नोबेल फाउंडेशन की स्थापना 29 जून 1900 को हुई, इसका उद्देश्य पुरस्कारों का आर्थिक रूप से संचालन करना है।
स्टॉकहोम में नोबेल पुरस्कार सम्मान समारोह का मुख्य आकर्षण यह होता है कि सम्मान प्राप्त व्यक्ति स्वीडन के राजा के हाथों पुरस्कार प्राप्त करते है।
पुरस्कार के लिए बनी समिति और चयनकर्ता हर साल अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा करते है। जिसका वितरण अल्फ्रेड नोबेल की पुण्य तिथि 10 दिसम्बर को किया जाता है।
यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। प्रत्येक पुरस्कार एक अलग समिति द्वारा प्रदान किया जाता है। द राॅयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस द्वारा भौतिकी, रसायन तथा अर्थशास्त्र में, कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट द्वारा औषधी के क्षेत्र में, नाॅर्वेजियन नोबेल समिति द्वारा शांति के क्षेत्र में पुरस्कार प्रदान करती है।
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पहला नोबेल शांति पुरस्कार 1901 में रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्युनेंट और फ्रेंच पीस सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष फ्रेडरिक पैसी को संयुक्त रूप से दिया गया।
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1968 से की गई। 1901 में जब नोबेल पुरस्कारों की शुरूआत हुई उसमें अर्थशास्त्र के क्षेत्र में योगदान के लिए किसी पुरस्कार का जिक्र नहीं है। लेकिन 1968 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने अपनी 300वीं वर्षगांठ पर अल्फ्रेड नोबेल की याद में इस पुरस्कार को शुरू किया।
अर्थशास्त्र का पहला नोबेल 1969 में नाॅर्वे के रैगनर एंथोन किटील फ्रिश और नीदरलैंड्स के यान टिरबेरगेन को दिया गया।
शांति के लिए दिए जाने वाला नोबेल पुरस्कार ओस्लो में जबकि बाकी सभी पुरस्कार स्टाॅकहोम में दिए जाते है।
किसी एक क्षेत्र से एक साल में अधिकतम तीन लोगों को पुरस्कार दिया जा सकता है। इनमें से प्रत्येक विजेता को एक स्वर्ण पदक, डिप्लोमा और निश्चित धनराशि दी जाती है। हर साल इनाम राशि नोबेल फाउंडेशन की आय पर निर्भर करती है।
अगर एक पुरस्कार साझा तौर पर दो लोगों को दिया जाता है, तो धनराशि दोनों में समान रूप से बांट दी जाती है।
अब तक केवल दो बार मृत व्यक्तियों को यह पुरस्कार दिया गया है, पहली बार एरिक एक्सल कार्लफेल्ड को 1931 में और दूसरी बार संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव डैग हैमर्सक्योल्ड को 1961 में इससे नवाजा गया। लेकिन 1974 में नियम बना दिया गया कि मरणोपरांत किसी को नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। सिर्फ अहिंसा की बदौलत भारत को आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी को कभी शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिला। हालांकि उन्हें पांच बार नामांकन मिला।
अब तक 1901 से लेकर 2018 तक 52 बार महिलाओं को नोबेल पुरस्कार दिया गया है।
केवल एक महिला मैरी क्यूरी को दो बार इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उन्हें 1903 में भौतिकी और 1911 में केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था। इस हिसाब से अब तक 51 महिलाओं को नोबेल पुरस्कार मिला है।
मलाला यूसुफजई सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार हासिल करने वाली महिला है। उन्हें 17 साल की उम्र में 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। मलाला को पाकिस्तान में महिलाओं के लिए शिक्षा को अनिवार्य बनाए जाने की मांग के बाद तालिबान की गोली का शिकार होना पड़ा था।
ज्ञातव्य है कि अब तक 10 भारतीयों या भारतीय मूल के लोगों को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है और नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय रबिन्द्र नाथ टैगोर थे.
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