नीति आयोग
- K.K. Lohani
- Aug 1, 2020
- 1 min read
Updated: Mar 20, 2021

नीति आयोग (NITI AAYOG)
2014 में पूर्ण बहुमत से बनी भाजपा की सरकार ने योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया।
योजना आयोग को भंग करने घोषणा अगस्त 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की थी।
नीति आयोग का गठन भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2015 किया गया।
थिंक टैंक के रूप में, अस्तित्व में आए नीति आयोग का मुख्य कार्य न्यू इंडिया के निर्माण का विजन एवं इसके लिए रणनीतिक मसौदा बनाना तथा कार्य योजनाएँ तैयार करना है।
नीति आयोग एक गैर संवैधानिक निकाय है।
नीति आयोग के मार्गदर्शक सिद्धांत – अंत्योदय (पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय विचारों पर आधारित), समावेशिता, ग्राम (विकास प्रक्रिया से गाँवों को जोड़ना), जनसहभागिता इत्यादि।
नीति आयोग का पूर्ण रूप ‘राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान’ (NITI-National Institution for Transforming India) है।
नीति आयोग, योजना आयोग की तरह कोई वित्तीय आवंटन नहीं करता है।
नीति आयोग की संरचना में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सीईओ (CEO) पूर्णकालिक सदस्य (Full Time Member) पदेन सदस्य (Ex-Officio Members), शासी परिषद् तथा विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल है।
नीति आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष की नियुक्ति प्रधानमंत्री करता है।
उपाध्यक्ष को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है।
नीति आयोग के प्रथम उपाध्यक्ष अरविन्द पानगड़िया थे।
नीति आयोग के प्रथम सीईओ सिन्धुश्री खुल्लर थे।
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